क्या यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ो में दर्द होता है? – Uric acid & joint pain information in hindi

सबसे पहले तो मैं यह कहना चाहूंगा कि भारतीय लोगों और नॉन स्पेशलिस्ट डॉक्टरों में यूरिक एसिड और गठिया रोगों के बारे में बड़ी ही गलत धारणाएं हैं | ज्यादातर लोगों का यह मानना है की ज्यादातर लोगों में जोड़ो के दर्द का कारन यूरिक एसिड होता है | ज्यादातर लोग यह भी मानते है की यूरिक एसिड ही जोड़ो के दर्द का श्रेष्ठ कारण है | इसकी वजह से थोड़ा जोड़ दर्द होने पर और थोड़ा यूरिक एसिड होने पर लोग तरह तरह की सलाह ले लेते हैं, काफी कुछ खाने का परहेज कर देते हैं और काफी डॉक्टर तो यूरिक एसिड कम करने की दवाई भी दे देते हैं | आइये जानिये की ज्यादातर लोगो में यह तरीका गलत क्यों हैं |

तो आते हैं हमारे प्रश्न पर – क्या यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ो में दर्द होता है ?

इसका सिंपल जवाब है – नहीं (कुछ अपवाद / exceptions के साथ)

पहले यह निम्नलिखित आर्टिकल पढ़े और गठिया रोग के बारे में समझे, उसके बाद आगे का जवाब पढ़िए

आर्थराइटिस / संधिवात / गठिया रोग क्या होता है  और रयूमेटोलोजिस्ट(rheumatologist) डॉक्टर किसे कहते हैं ? – Arthritis & Rheumatology India

चना दाल बंद ना करें – गाउट ( Gout / यूरिक एसिड वात ) या अन्य आर्थराइटिस में

मैं एक गठिया रोग विशेषज्ञ (Rheumatologist) हूं l मैं विभिन्न प्रकार के गठिया रोगों की जानकारी रखता हूं | मेरा फील्ड में सबसे पहले पेशेंट को कौन सा गठिया है, इसको निर्धारित किया जाता और उसके बाद उसका उचित इलाज किया जाता है |

इस पोस्ट के द्वारा मैं यूरिक एसिड और गठिया रोग के बारे में कुछ गलत धारणाओं का खंडन करना चाहूंगा |

 

ज्यादातर लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने और कुछ मामूली जोड़ों में दर्द होने का कोई संबंध नहीं है l अमूमन प्रैक्टिस में यह देखा गया है कि ज्यादातर लोग जो जोड़ों के दर्द के साथ आते हैं, जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ होता है, उनका बढ़े हुए यूरिक एसिड के साथ कोई संबंध नहीं होता |


ज्यादातर जोड़ो के दर्द का और मामूली से बढे यूरिक एसिड का कोई सम्बन्ध नहीं होता है | ज्यादातर लोगों में मामूली बढे यूरिक एसिड में पौष्टिक और स्वस्थ (हेल्थी) भोजन, स्वस्थ जीवनचर्या, उपयुक्त पानी पीने के अलावा किसी और दवाई, परहेज की जरुरत नहीं होती |

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पहले तो नीचे यूरिक एसिड के बारे में फैक्ट्स या कुछ तथ्य है जो आप को समझना सबसे ज्यादा जरूरी है | यूरिक एसिड (Uric acid ) होता क्या है और हमारी बॉडी में आता कहाँ से है ?

हम सब के शरीर में यूरिक एसिड पाया जाता है | हमारे शरीर में हमेशा ही कोशिश नई कोशिकाओं का निर्माण और पुरानी कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है | यूरिक एसिड इस प्रक्रिया में एक साइड प्रोडक्ट की तरह है | वैसे तो बहुत सारी धारणाएं हैं पर आज तक हमें यह नहीं पता चला है कि इसके अलावा यूरिक एसिड का शरीर में कोई काम है कि नहीं | यूरिक एसिड का निर्माण होने पर उसको किडनी द्वारा यूरिन से निष्कासित किया जाता है | क्योंकि कोशिकाओं का रिप्लेसमेंट एक कंटीन्यूअस प्रोसेस है, यह स्वाभाविक है कि हमारे ब्लड में यूरिक एसिड कुछ ना कुछ मात्रा में जरूर मिलेगा |

उम्र के साथ थोड़ा बहुत यूरिक एसिड का बढ़ना स्वाभाविक है | उम्र के साथ कुछ जोड़ों में दर्द का होना भी स्वाभाविक है | इसका मतलब यह नहीं कि वह एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं l उदाहरण के तौर पर अगर मैं कहीं नाचता हूं और उसी समय कहीं पर अर्थक्वेक होता है क्या भूकंप आता है, तो इसका मतलब यह नहीं कि मेरे नाचने से भूकंप आया | बस यह दोनों चीजें एक साथ हुई है | ज्यादातर लोगों में बढ़े हुए यूरिक एसिड का कारण खराब जीवनचर्या होती है | ज्यादातर लोग का वजन बढ़ा हुआ होता है, वह खाने में बहुत सारी नॉन हैल्थी चीजों का सेवन करते और बिलकुल भी कोई एक्टिविटी या कसरत नहीं करते | अगर वह अपनी जीवन चर्या सुधार ले तो यह मामूली सा बढ़ा हुआ यूरिक एसिड भी कंट्रोल में आ जाएगा |

ज्यादातर शरीर के दर्द और जोड़ों के दर्द का कोई विशेष कारण नहीं होता | अमूमन यह पाया गया है कि बहुत लोगों में विटामिन डी की कमी के कारण प्रॉब्लम्स होती है और उसे रिप्लेस करने पर जोड़ों का दर्द चला जाता है | बहुत लोगों को जोड़ो का दर्द उम्र के तकाजे के साथ होता है और इसका कोई इसका कोई विशेष इलाज करने की जरूरत नहीं है | सिर्फ खुद को फिट रखना और जोड़ों की कसरत करना जरूरी है |

मेरा यूरिक एसिड थोड़ा बढ़ा हुआ है. मुझे क्या करना चाहिए ?

बहुत से डॉक्टर पेशेंट को थोड़ा यूरिक एसिड बड़ा होने पर यूरिक एसिड कम करने की दवाई दे देते हैं जो कि बिल्कुल गलत है l ऐसे पेशेंट को अमूमन बहुत सारे परहेज भी बताए जाते हैं, जैसे कि दूध, दही, टमाटर, गोभी, चना, दाल, नॉनवेज, अल्कोहल या मद्यपान इत्यादि आदि सभी का सेवन बंद करवा देते हैं | बहुत बार ऐसा देखा गया है कि ऐसी पेशेंट सिर्फ उबले हुए मूंग या अन्य एक दो चीजों पर अपना गुजारा करते हैं l यह फिर गलत धारणाओं के कारण होता है | ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है |

अगर आप अपनी दिनचर्या सुधार ले, ज्यादातर हैल्थी खाना खाएं, एक्टिव रहें, वजन को कंट्रोल में रखें, पानी अच्छी मात्रा में पिए, तो इसके अलावा ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है | वैसे भी मामूली बढ़े हुए यूरिक एसिड से डरने की कोई जरूरत नहीं और अगर आपकी जीवनचर्या ठीक है तो उसे कंट्रोल करने की भी कोई आवश्यकता नहीं है | बहुत लोगो में यूरिक एसिड का लेवल बिना किसी कारन बढ़ा हुआ होता है, उससे डरने की ज़रुरत नहीं है |

अगर किसी को जोड़ों में ज्यादा दर्द है और यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है भी तो यह जरुरी नहीं उसका कारण यूरिक एसिड गठिया है (जिसे गाउट कहते हैं ) | गठिया या सन्धिवात रोगो के २० से भी ज्यादा प्रकार होते हैं | अगर आप के डॉक्टर उसका निवारण नहीं कर सकते, तो एक गठिया रोग विशेषज्ञ या  आर्थराइटिस स्पेशलिस्ट (Rheumatologist) की सलाह लीजिए l

अगर यूरिक एसिड से जयादातर लोगों के जोड़ो के दर्द का सम्बन्ध नहीं है तो यह Gout arthritis (गाउट गठिया या वात रोग ) क्या होता है ? क्या गाउट गठिया या सन्धिवात रोग (Gout आर्थराइटिस) यूरिक एसिड से ?

हां, कुछ लोगों में अनुवांशिक प्रवृत्ति के कारण और बहुत खराब जीवनचर्या के कारण यूरिक एसिड बहुत ज्यादा बढ़ जाता है l बहुत सारे पेशेंट जिनको किडनी की बीमारियां होती है उन्हें भी यूरिक एसिड बराबर यूरिन से निकाला नहीं जा सकता और इसके कारण यूरिक एसिड की मात्रा बहुत हाई हो जाती है | अमूमन 8 या 9 से ऊपर का यूरिक एसिड हो जाने पर, अगर आपमें कोई आनुवांशिक प्रवृत्ति है, जिसके कारण आपका यूरिक एसिड बढ़ भी सकता है और बड़ के जोड़ों में संचय भी हो हो सकता है, तो एक विशेष प्रकार का गठिया या वात रोग हो सकता है | इस गठिया या वात रोग को गाउट (Gout) कहते हैं l


Gout (गाउट) एक प्रकार का आर्थराइटिस (सन्धिवात) या गठिया रोग है | कृपया करके गठिया और गाउट शब्द को एक मत समझियेगा | गठिया रोग या वात रोग या आर्थराइटिस बहुत प्रकार के हो सकते हैं | उनमे से एक रोग गाउट है |

ध्यान रखिए, गाउट नाम का गठिया रोग, वैसे तो यूरिक एसिड जोड़ों में संचय होने के कारण से होता है, पर यह उन्ही में होता है जिनका यूरिक एसिड निरंतर बहुत सालों से काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है और जिनमें यूरिक एसिड जमा होने की अनुवांशिक प्रवृत्ति है | यह कहना कि किसी आदमी में यूरिक एसिड जमा होने की आनुवांशिक प्रवृत्ति है कि नहीं, यह कहना बहुत ही मुश्किल है |

90% लोगों में मामूली यूरिक एसिड बढ़ने से गाउट नामक गठिया रोग होने के चांसेस ना के बराबर होते हैं | इसलिए मामूली यूरिक एसिड के बढ़ने से गबराना नहीं चाहिए और इसके लिए दवाई नहीं लेनी चाहिए |


यूरिक एसिड बहुत लोगों में अनुवांशिक कारणों से या खराब जीवनचर्या से बढ़ा हुआ हो सकता है | इनमे से बहुत काम प्रतिशत लोगो में अनुवांशिक प्रवृति होने के कारण यूरिक एसिड जोड़ों में जमा होकर गाउट (Gout) नामक गठिया रोग या सन्धिवात रोग हो सकता है | लेकिन गाउट कुछ ही लोगों में होगा और इसके डर से हर आदमी जिसका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है , उसको दवाई लेने की जरुरत नहीं है |

गाउट नाम का गठिया भयंकर जोड़ों के दर्द, सूजन के साथ होता है l अगर थोड़ा बहुत यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है शरीर में जोड़ों में बिना सूजन के साथ दर्द है, तो इसका मतलब यह नहीं कि आपको गाउट है l गाउट नहीं होने पर यूरिक एसिड कंट्रोल करने की कोई आवश्यकता नहीं और यूरिक एसिड की कोई दवाई लेने की भी आवश्यकता नहीं होती | सिर्फ और सिर्फ अगर आपके पैरों के या किसी और जोड़ में भयंकर दर्द, सूजन के साथ लाल होकर रुक रुक कर ऐसे जोड़ों के अटैक्स आते हैं, तो शायद गाउट होने की संभावना है | सिर्फ ऐसे पेशेंट्स को यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए दवाई की सहायता लेनी पड़ती है | अगर आप को संशय है की क्या आपको यूरिक एसिड का गठिया या गाउट (गाउट) रोग है के नहीं, तो किसी गठिया विशेषज्ञ (रह्युमटोलॉजिस्ट) की सलाह जरूर लेनी चाहिए |


गाउट (Gout) गठिया रोग यूरिक एसिड से सम्बंधित है और इसमें यूरिक एसिड काम करने की दवाई लेनी पढ़ती है | उदहारण के लिए अगर १०० लोगों में यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है और जोड़ों में दर्द है, तो उसमे से शायद एक या दो लोगों को ही गाउट होगा | गाउट गठिया का निदान रहेयूमटोलॉजिस्ट डॉक्टर या गठिया स्पेसलिस्ट कर सकते हैं |
गाउट गठिया में भयंकर जोड़ों का दर्द, सूजन और लालिमा के साथ रुक रुक कर जोड़ों के दर्द के असहनीय अटैक्स आते हैं | सिर्फ थोड़ा बहुत जोड़ों में दर्द है तो उसका गाउट गठिया होने की सम्भावना बहुत कम है | सबसे अच्छा है की आप सन्धिवात स्पेशलिस्ट या रह्युमटोलॉजिस्ट को दिखाएं, जो गाउट रोग का निदान और उपचार करने में माहिर हैं |

यूरिक एसिड और जोड़ो के दर्द के बारे में ऊपर दी हुई जानकारी के कुछ पॉइंट्स को संक्षिप्त में वापस दोहराना चाहूंगा
  • यूरिक एसिड सब के शरीर में पाया जाता है और और उसका थोड़ा बहुत मामूली बड़ा होना कोई बड़ी बात नहीं है |
  • अगर आपका यूरिक एसिड थोड़ा बहुत बढ़ा हुआ है तो अपनी जीवनचर्या पर ध्यान दीजिए, वजन कंट्रोल में रखिए, हेलथी खाइए, शराब का सेवन कम कीजिए और एक्टिव रहिए या कोई कसरत कीजिए | अगर आपकी जीवनचर्या सही है तो थोड़े बहुत बड़े हुए यूरिक एसिड के लिए कुछ विशेष करने की जरूरत नहीं है |
  • बहुत लोगों में जोड़ों के दर्द का कोई विशेष कारण नहीं होता l ऐसे लोगों में थोड़ा बहुत यूरिक एसिड बढ़ा हुआ हो सकता है l अमूमन ऐसे लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने का जोड़ों के दर्द के साथ कोई संबंध नहीं होता l ऐसे लोगों में अच्छी जीवनचर्या के अलावा कोई यूरिक एसिड की दवाई लेने की जरूरत नहीं है |
    • थोड़े बहुत यूरिक एसिड बढ़े हुए होने पर अनेक प्रकार के बताए जाने वाले परहेज की कोई जरूरत नहीं होती l आप दूध, दही, गोभी, टमाटर, उचित मात्रा में नॉनवेज और शराब इत्यादि का भी सेवन कर सकते हैं |
  • बहुत ही कम लोगों में निरंतर यूरिक एसिड 8 या 9 के ऊपर रहने पर और साथ में आनुवांशिक प्रवृत्ति होने पर, यूरिक एसिड जोड़ों में संचय होने के कारण, गाउट (Gout) नाम का गठिया या वात रोग या आर्थराइटिस (arthritis) होता है |
  • गाउट (gout) नाम के गठिया रोग में, किसी एक जोड़ो मैं, बार-बार अटैक्स आते हैं l यह ज्यादातर पैर के जोर से चालू होता हैl इसमें पैर के बड़े अंगूठे में भयंकर दर्द , सूज के लाल होकर अटैक से चालू होता है |  अगर इसका सही इलाज ना किया जाए, तो यह वात रोग फिर दूसरे जोड़ों को भी अपनी चपेट में ले सकता हैl सिर्फ गाउट नाम का गठिया रोग जिनको होता है उनको यूरिक एसिड कम करने की दवाई लेने की जरूरत पड़ती है |  अगर आपको गाउट नाम का गठिया रोग नहीं है, तो ज्यादातर लोगों को यूरिक एसिड की कोई दवाई लेने की जरूरत नहीं हैl बिना सूजन और लालपन के, निरंतर बहुत सारे जोड़ों में दर्द होना गाउट (gout) नहीं होता है और इसका मामूली बढ़े हुए यूरिक एसिड से कोई संबंध नहीं है |

  • गठिया रोग 20 से भी ज्यादा प्रकार के होते हैं l हर जोड़ों का दर्द गठिया रोग नहीं होता l बहुत सारे जोड़ों के दर्द का कोई कारण नहीं होता |  अगर आपको बहुत ज्यादा जोड़ों में दर्द है तो गठिया विशेषज्ञ (rheumatologist ) की सलाह लीजिए | बहुत सारे गठिया रोगों का इलाज दवाइयों के द्वारा अच्छे से संभव है l यूरिक एसिड बहुत सारे गठिया रोगों में साइड प्रोडक्ट की तरह बढ़ सकता है, इसका मतलब यह नहीं कि इन गठिया लोगों में यूरिक एसिड कंट्रोल करने की जरूरत है |  गाउट के अलावा किसी भी गठिया रोग में यूरिक एसिड कंट्रोल करने का कोई मतलब नहीं है | गठिया विशेषज्ञ आपके गठिया रोग का सही विश्लेषण करके सही इलाज बताएंगे |

बढे हुए यूरिक एसिड में फालतू के परहेजों से बचने के लिए नीचे दिया हुआ आर्टिकल जरूर पड़ें

चना दाल बंद ना करें – गाउट ( Gout / यूरिक एसिड वात ) या अन्य आर्थराइटिस में

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अस्वीकरण: कई बार इंटरनेट पर आने वाले लेख किसी प्रमाणित मेडिकल लेखक या डॉक्टर के द्वारा नहीं लिखा जाता है। उन पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें। हालांकि यह लेख प्रमाणित गठिया रोग विशेषज्ञ (रह्यूमेटोलॉजिस्ट) द्वारा लिखा गया है ना की किसी ब्लॉगर के द्वारा। यहाँ दी गई जानकारी सही है और प्रामाणिक तथ्यों पर आधारित है।

Author: Dr Nilesh Nolkha, Rheumatologist
Dr Nilesh Nolkha is a rheumatologist who strongly believes in patient education and empowering patients to make rational treatment decisions. He is a practicing rheumatology consultant in Wockhardt hospital, Mumbai.

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